निरंकुश :
· एक
शासक जिसके पास शक्ति है और जो अक्सर उस शक्ति का क्रूर और अनुचित तरीके से उपयोग करता
है।
· मैं
ही राज्य हूँ - लुई XIV
प्रबुद्धता :
· 17 वीं और 18 वीं सदी का बौद्धिक
काल, यह इस
विचार पर आधारित था कि तर्क के प्रयोग से समाज में सुधार किया जा सकता है।
प्रबुद्ध निरंकुशता:
· दृष्टिकोण
में परिवर्तन: धार्मिक आधार के बिना राजशाही की पुरानी संस्था को आगे बढ़ा सकते हैं।
· प्रबुद्ध
निरंकुशों ने तर्क और धर्मनिरपेक्षता की उपयोगिता
के आलोक में खुद को सही ठहराने की कोशिश की।
·
मैं राज्य का सबसे पहला और प्रमुख
कर्मचारी हूं - फ्रेडरिक
·
प्रबुद्ध
निरंकुशता राजशाही का पश्चाताप थी - लार्ड
एक्टन
प्रबुद्ध निरंकुशता का प्रतिमान
धर्म निरपेक्ष
·
धार्मिक
सहायता की जरुरत नहीं
· भगवान
या चर्च के प्रति कोई जिम्मेदारी नहीं
तर्कसंगत और सुधारवादी
·
प्रबुद्ध निरंकुश ने अपने राज्य
का पुनर्निर्माण करने के लिए तर्क
का प्रयोग किया
· वे सामंती प्रथाओं को मानने के लिए तैयार नहीं हुए।
बदलाव के तरीके
1. समझौताहीन
और अचानक :
· राजा परिवर्तन चाहता था और तुरंत चाहता
था।
2. विरोधाभासी:
· प्रबुद्ध
निरंकुश विरोधाभास के साथ सहज थे।
· कुछ
प्रबुद्ध विचारों का चयन किया और दूसरों को नकार दिया क्योंकि उन्होंने अपनी राजशाही
और राज्य के लिए विचारों के उपयुक्त
होने की मांग की थी।
· कुछ
मायनों में प्रबुद्ध और दुसरे मायने
में
निरंकुश हो सकता है।
प्रबुद्ध
निरंकुशता के आदर्श शासक
पीटर
द ग्रेट(1682- 1725)––रूस
कैथरीन
द ग्रेट(1782–1796) ––रूस
फ्रेडरिक द ग्रेट(1740-1786) ––प्रशा
प्रबुद्ध निरंकुशता की कमियाँ
1. राजवंशीय हितों की प्रधानता
2. शासकों का सुधारों के प्रति हार्दिक इच्छा की कमी
3. प्रजा का अशिक्षित होना
4. राजवंशीय उत्तराधिकारियों का अयोग्य होना
5. फ़्रांस की राज्य क्रांति का प्रभाव
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