गुरुवार, 23 अक्टूबर 2014



                                     आतंकवाद 



डेनियल बेल की बहस को आगे बढ़ाते हुए १९९२ में फ्रांसिस फुकुयामा ने द एंड ऑफ़ हिस्ट्री एंड द लास्ट मैन में कहा कि ''साम्यवाद के पराजय के साथ ही द्व्न्द के अभाव में समग्र मानवता के लिए इतिहास अब एकसार हो गया है और उदारवादी लोकतंत्र के साथ ही सामाजिक विकासक्रम अपने चरम पर पहुँच गया है , अतः इतिहास का अंत हो गया है। ''



दिल्ली सल्तनत में फारसी साहित्य

  दिल्ली सल्तनत के दौरान फारसी साहित्य के विकास के कारण मंगोल आक्रमणों के कारण मध्य एशिया से विद्वानों का भारत की ओर प्रवासन। भारत में...