बुधवार, 23 दिसंबर 2015

सजा और समाज

ईसा के साथ विश्वासघात जूडस के बचपन में हुआ था। आवारा के जग्गा पर छुरा राज के बचपन में चला था। औरतों से जब भी बात करो एक हाथ में डंडा लेकर बात करो यह बात नीत्से के बचपन ने कही है। हां वही बचपन जिसे बड़ा करने में हमारा पूरा समाज लगता है। वही समाज जहाँ कुछ तंदूरी मुर्गिया भी बनाई जाती हैं जो अल्कोहल से गटक लेने का निमंत्रण देतीं हैं। वह कौन सी फैक्ट्री है जहाँ से ऐसे हैवान पैदा होते हैं। समाधान वहीँ से निकलेगा। लेकिन बस नाम तो लीजिये आप सबसे पिछड़े मानसिकता के घोषित कर दिए जायेंगे। स्थाई समाधान समस्या की जड़ पर ध्यान देना है न की सिर्फ उसके कुछ लक्षण को ख़त्म कर देने पर।

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